Sunday, August 2, 2020

इस दुनिया में मनुष्य की क्या कीमत होती है?

इस दुनिया में मनुष्य की क्या कीमत होती है?

लोहे की दुकान में अपने पिता के साथ काम कर रहे एक बालक ने अचानक ही अपने पिता से पुछा – “पिताजी इसदुनिया में मनुष्य कीक्या कीमत होती है ?”
पिताजी एक छोटे से बच्चे से ऐसागंभीर सवाल सुन कर  हैरान रह गये.
फिर वे बोले “बेटे एक मनुष्यकी कीमत आंकना बहुत  मुश्किल है, वो तो अनमोल है.”

बालक – क्या सभी उतनाही कीमती और महत्त्वपूर्ण हैं?
पिताजी – हाँ बेटे.

बालक कुछ समझा नही उसने फिर सवालकिया – तो फिर इसदुनिया मे कोई गरीब तो कोई अमीरक्यो है? किसी की कम रिस्पेक्ट तो कीसी की ज्यादाक्यो होती है?
सवाल सुनकर पिताजी कुछ देर तकशांत रहे और फिर बालकसे स्टोर रूम में पड़ा एक लोहे कारॉड लाने को कहा.
रॉड लाते ही पिताजी ने पुछा – इसकी क्या कीमतहोगी?

बालक  200 रूपये.
पिताजी – अगर मै इसकेबहुत से छोटे-छटे कील बना दू  तो इसकी क्याकीमत हो जायेगी ?
बालक कुछ देर सोच कर बोला – तब तो ये औरमहंगा  बिकेगा लगभग 1000 रूपये का.
पिताजी – अगर मै इस लोहेसे घड़ी के बहुत सारे  स्प्रिंग बनादूँ तो?

बालक कुछ देर गणना करता रहा औरफिर एकदम सेउत्साहित होकर बोला “तब तो  इसकी कीमत बहुत ज्यादा हो जायेगी.”
फिर पिताजी उसे समझाते हुए बोले – “ठीक इसी तरहमनुष्य की कीमत इसमे नही है की अभी वो क्या है, बल्की इसमे हैकि वो अपने आप को क्या बना सकता है.”
बालक अपने पिता की बात समझ चुकाथा.

दोस्तों, अक्सर हम अपनीसही कीमत आंकने मे गलती करदेते है. हम अपनी वर्तमान स्थिति को देख कर अपने आप को अर्थहीन (valueless)समझने लगते है.लेकिन हममें हमेशा अथाह शक्ति होती है. हमारा जीवन हमेशा सम्भावनाओसे भरा होता है.हमारी जीवन मे कई बार स्थितियाँअच्छी नही होती है पर इससे हमारी कीमत कम नही होतीहै. मनुष्य के रूप में हमारा जन्मइस दुनिया मे हुआ है इसका मतलब है हम बहुतखाश और महत्वपूर्ण हैं.हमें हमेशा अपने आप को सिखाते (improve)करते रहना चाहिये औरअपनी सही कीमत प्राप्त करने की दिशा में बढ़ते रहना चाहिये.


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