👍इन्शुरन्स पॉलिसी बिमा पर का gst हठणा* चाहिए करोडो लोगोको राहत देणे समाजसेवी श्री प्रशांत बोरकर जी की अपील 👌👌
,Gst एक जुलाई १७se बीमा महगा हो गया ,१८ % टक,,,,,पर कोई भी इसपर ध्यान नहीं दे रहा है,,,बीमा ये नुकसान भरपाई का तत्व है। उसपर क टैक्स नही gcलेना चाहिए,,,टैक्स सेविंग्स से ही जादातर लोग बीमा लेते है,, अपने निजी सांसद विदायक नेता को मिल के निवेदन दे और बीमा पर का पूरा टैक्स हटाने की मांग करे,,,, बीमा ग्राहक भी अपने तरीके से इसका विरोध करे,,,,कौकि बीमा जो चीज है जो कंपनिया सरकार का काम कर रही है,, एक प्रकार सहारा दे रही है,,,जड़ तर privete बीमा कंपनियां loss मैं है वो तो बोनस भी नही दे सकती,,,और lic तो पुरा पैस्सा govt सरकार को दे देती है,,,इसलिए इसमे सरकार का काम सुलभ कर रहि है,,देश मैं कोई बड़ा संकट आया तो उसकी भरपाई बीमा कंपनी ही करती है,सरकार की जिम्मेदारी बीमा कपनी उठाती ही,,,,उल्टा बीमा कंपनी ग्राहक को ज्यादा से ज्यादा करसवलत दे कर उन्हें स्वावलंबी कर सकती है सरकार,,कोई भी बीमा पर टैक्स लेना नैतिकता की दृष्टि से बराबर नही है,,,जी जो अपनी मरने के बाद का कफन और बेसहआरा बीबी बचो का बदोबस्त करता है उन्हें टैक्स जे बोझ तले दबाना कैसे जा यस है,,,,में तबीमा परओरो सेवा कर से विरूद्ध लेख लिख रहहु पर को ही साथ नही द्व रहा,,,देखे,, मानवता के प्रतीक बीमा को कर के च्रक वुह से कोंन बचाता है,,bimaपर कर टैक्स लेना बीमारी संकट को आमंत्रण देना है,,लोगोका जीने का, सुरक्षिततेसाठी का अधिकार पर आक्रमण है,🙏🏼🙏🏼👉🏻🤞🏼 *,प्रशान्त बोरकर* मुक्त पत्रकार,ग्राहक हक्क मानवी हक्क संविधान अभ्यासक,, सेवानिृत्त एजन्सी मॅनेजर बिर्ला sanlife , रावेर🙏🙏 9403652599
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