Friday, April 3, 2020

कोरोना वायरस: पत्रकारों का बीमा क्यों नहीं? Press Association का पीएम मोदी को पत्र, महाराष्ट्र राज्य मराठी पत्रकार संघ ने भी की हे मांग




नई दिल्ली:   देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच स्वास्थ्य कर्मचारियों को भारत सरकार (Indian Government) की ओर से 50 लाख का बीमा (50 Lakh Insurance) दिया जा रहा है। अपनी जान को जिस प्रकार स्वास्थ्यकर्मी खतरे में डालकर इस महामारी (Epidemic) के दौर में सेवारत हैं, उसी प्रकार देश दुनिया की हर खबर को जनता तक पहुंचाने वाले पत्रकार भी अपनी जान को खतरे में डालकर अपना फर्ज निभा रहे हैं। ऐसे में प्रेस एसोसिएशन की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से पत्राकारों का भी बीमा करने की अपील की गई है। इसके पहिले भी  महाराष्ट्र राज्य मराठी पत्रकार संघ ने भी  मांग कर सभी मान सेवी पत्रकार बंधू ओके लिये, राहत पॅकेज की मांग की थी

भारत सरकार से मान्यता प्राप्त पत्रकारों की संस्था प्रेस एसोसियेशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि कोरोना वायरस के खतरे के तहत अस्पतालों में जुटे डॉक्टर्स, नर्स और अन्य मेडिकल सेवा के लिए जिस तरह पचास लाख के इंश्योरेंस की घोषणा की गई है, वैसे ही पत्रकारों के लिए भी इंश्योरेंस की घोषणा की जानी चाहिए। उल्लेखनीय है कि बुधवार को केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने इस विषम परिस्थितियों में स्वास्थ्य सेवा में जुटे मेडिकल सेवा के लिए पचास लाख रुपए इंश्योरेंस की घोषणा की है।

मीडिया का काम एक जरूरी सेवा

प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में प्रेस ऐसोसियेशन ने अनुरोध किया है कि मेडिकल सेवा के साथ उस लिस्ट में पत्रकारों को भी जोडा जाए। प्रधानमंत्री को याद दिलाया गया कि मीडिया के कामकाज को जरूरी सेवाओं में शामिल कर उनके कामकाज का उन्होंने खुद अभिवादन किया है। प्रेस ऐसोसियेशन ने कहा कि पत्रकारों के लिए भी इंश्योरेंस सेवा लागू होने से ग्राउंड ज़ीरो से पल-पल की खबरें देश को पहुंचा रहे, राष्ट्र सेवा में जुटे पत्रकारों और उनके परिजनों को लगेगा कि केंद्र सरकार को उनकी भी उतनी ही चिंता है।

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संपादक के बोल

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